India vs Pakistan: पहलगाम आतंकी हमले में 26 बेगुनाह और मासूमों की जिस तरह निर्मम हत्या की गई, उसका बदला जरूर लिया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कठोर शब्दों में पाकिस्तान में बैठे आतंक के आकाओं ये संदेश दिया है. उरी, पुलवामा और अब पहलगाम, सभी हमलों में किसी-न-किसी तरीके से पाकिस्तान का कनेक्शन सामने आया है और लंबे समय से वह आतंकी संगठनों का पनाहगाह भी बना हुआ है. इसी के चलते सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं और पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को सीमित कर दिया है. वीजा बैन, पाकिस्तानियों का निर्वासन, इंडस वॉटर ट्रीटी निलंबित करना, उच्चायोग में स्टाफ कम करना, अटारी-वाघा बॉर्डर बंद करने जैसे तमाम कदम भारत ने उठाए हैं.
भारत के इस एक्शन से पाकिस्तान बुरी तरह डर गया है. इसी घबराहट में कभी पाक पीएम शहबाज शरीफ अमेरिका से बात कर रहे हैं तो कभी अपने दोस्त देशों से मदद की गुहार लगा रहे हैं. सिर्फ यही नहीं पाक मंत्री आए दिन अजीबो-गरीब बयान देते भी नजर आते हैं, जिनमें उनकी बौखलाहट साफ दिख रही है. कभी जंग की बात करते हैं तो कभी धमकी देते हैं. हालांकि, परमाणु हथियारों के मामले में पाकिस्तान भारत से मीलों दूर है. अगर वह कोई भी ऐसी हरकत करता है और भारत ने जवाब दिया तो पाकिस्तान का जो हश्र होगा उसके बारे में उसने सपने में भी नहीं सोचा होगा.
भारत के पास 180 परमाणु हथियार, पाकिस्तान के पास कितने?
फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट की 2025 की रिपोर्ट में दोनों देशों की परमाणु शक्ति का ब्योरा दिया गया और बताया गया है कि किसके पास कितने हथियार हैं. रिपोर्ट के अनुसार भारत के पास 180 न्यूक्लियर वेपंस का जखीरा है, जबकि पाकिस्तान के पास सिर्फ 172 हथियार हैं. हवा और समंदर की बात करें तो अगर इन क्षेत्रों में वह कोई भी ऐसी वैसी हरकत करता है तो उसका इतना बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा कि उसको संभलने में कई साल बीत जाएंगे.
हवा में पाकिस्तान से कितनी ज्यादा है भारत की न्यूक्लियर पावर?
एयर डिलीवर्ड वेपन यानी हवा से वार के मामले में परमाणु शक्ति की बात करें तो इंडिया के पास तीन तरह एयरक्राफ्ट हैं, जो परमाणु हथियारों के साथ वार करने की क्षमता रखते हैं. बुलेटिन ऑफ द एटोमिक साइंटिस्ट की रिपोर्ट के अनुसार भारत के पास मिराज 2000H, जगुआर HS और राफेल एयर डिलीवर्ड वेपन हैं. Mirage 2000 का इस्तेमाल कारगिल और बालाकोट एयर स्ट्राइक में भी किया जा चुका है. पाकिस्तान की बात करें तो उसके पास दो तरह के एयरक्राफ्ट हैं, जो न्यूक्लियर वेपन ले जाने में सक्षम हैं. इनमें मिराज III और IV शामिल हैं.
समंदर में पाकिस्तान से कितना मजबूत भारत?
समंदर में वार करने के लिए भारत के पास चार तरह की न्यूक्लियर मिसाइल हैं, जिनमें धनुष, K-15, K-4 और K-5 शामिल हैं. धनुष शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है और इसकी रेंज 350 से 600 किमी है. वहीं, K-15 की रेंज 700-750 किमी तक है और ये मिसाइल 500-1000 किलोग्राम तक के वॉरहेड्स ले जाने में भी सक्षम है. K-4 और K-5 लॉन्ग रेंज बैलिस्टिक मिसाइल हैं. K-4 की रेंज 3,500 किमी, जबकि K-5 की रेंज 5000 से 6000 किमी तक है. ये सभी मिसाइल सबमरीन से लॉन्च की जा सकती हैं. पाकिस्तान के पास समंदर में वार करने के लिए सिर्फ बाबर-3 न्यूक्लियर मिसाइल है.
जमीन से वार करने में कौन आगे?
जमीन की बात करें तो भारत और पाकिस्तान दोनों के पास ही आठ तरह की न्यूक्लियर मिसाइल हैं. भारत के पास पृथ्वी-II, अग्नि- I,II,III,IV,V,VI, P हैं, जबकि पाकिस्तान के पास अब्दाली, गजनवी, शाहीन- I,II,III, गौरी, नस्र और बाबर 1A/2 मिसाइल हैं. अग्नि- I मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसकी रेंज 700 से 1250 किमी है, अग्नि- II,III,IV,V,VI इंटमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल हैं और इनकी रेंज 2000 से 5000 किमी तक है. पृथ्वी-II शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है और इसकी रेंज 150 किमी तक है.
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