Pahalgam Terror Attack NIA Investigation: पहलगाम आतंकवादी हमले के दौरान अल्लाहू-अकबर का नारा लगाते हुए सुने गए एक जिप लाइन ऑपरेटर से मंगलवार (29 अप्रैल, 2025) को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पूछताछ की. इस जिप लाइन ऑपरेटर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद एएनआई ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया था.
जिप लाइन ऑपरेटर मुजम्मिल को 22 अप्रैल को ऋषि भट्ट नाम के टूरिस्ट की ओर से रिकॉर्ड किए गए वीडियो में तीन बार अल्लाहू-अकबर का नारा लगाते हुए सुना गया था. इसी दिन पहलगाम में घातक आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी. इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि एनआईए ने पूछताछ के दौरान पाया कि मुजम्मिल का नारा लगाना स्वाभाविक था. ये अचानक या चौंकाने वाली घटना की प्रतिक्रिया थी. जिस तरह से हिंदू राम का नाम लेते हैं वैसे ही मुजम्मिल ने अल्लाह का नाम लिया.
मुजम्मिल से पूछताछ में और क्या सामने आया?
सूत्रों ने बताया कि एनआईए की ओर से मुजम्मिल से की गई शुरुआती पूछताछ में हमले में उसकी प्रत्यक्ष संलिप्तता सामने नहीं आई, लेकिन जब उससे पूछा गया कि गोलीबारी शुरू होने के बाद उसने पर्यटक को जिप लाइन पर क्यों छोड़ा तो उसने अलग-अलग बयान दिए.
वीडियो वायरल होने के बाद टूरिस्ट ऋषि भट्ट ने आरोप लगाया था कि ऑपरेटर ने तीन बार अल्लाहू-अकबर कहा और फिर गोलीबारी शुरू हो गई. ऋषि भट्ट हमले से पहले मुजम्मिल की जिप लाइन सर्विस लेने वाले आखिरी शख्स थे. भट्ट के कैमरे में क्रूर आतंकी हमला और जिप लाइन ऑपरेटर के अल्लाहू-अकबर नारे रिकॉर्ड हुए थे.
पीडीपी के नेता ने क्या कहा?
इस बीच, एएनआई से बात करते हुए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के प्रवक्ता मोहम्मद इकबाल ट्रंबू ने कहा कि ऐसी घटना के समय कश्मीरियों का अल्लाह को याद करना सामान्य बात है.
उन्होंने कहा, “वे हमारी संस्कृति के बारे में कुछ नहीं जानते. जब भी कोई आपदा आती है तो हर कश्मीरी अल्लाहू अकबर कहता है. किसी भी घटना के समय हम अल्लाह को याद करते हैं. विफलता को छिपाने के लिए सब कुछ किया जा रहा है. पुलिस और सुरक्षा को अपनी व्यवस्था बदलनी होगी. इसका आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं है और आम कश्मीरी हमेशा चिल्लाएगा, बिस्मिल्लाह, अल्लाहू अकबर अगर कुछ होता है. उन्हें हर चीज के बारे में गलत जानकारी दी जाती है.”