Turkiye Secret Flight in Pakistan : पहलगाम नरसंहार के बाद भारत के हमले से डर कर पाकिस्तान ने अपने मित्र-देश तुर्किए से मदद मांगी है. ओपन सोर्स इंटेलिजेंस के मुताबिक, तुर्किए का एक C-130 मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट पाकिस्तान पहुंचा है. माना जा रहा है कि इस विमान में तुर्किए ने पाकिस्तान के लिए गोला-बारूद भेजा है. क्योंकि पाकिस्तानी सेना में गोला-बारूद और फ्यूल की भारी किल्लत है. ऐसे में पाकिस्तानी सेना एक लंबा युद्ध लड़ने में असक्षम है.
खास बात यह है कि जिस दिन पहलगाम आतंकी हमला हुआ, उस दिन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अंकारा में तुर्किए के राष्ट्रपति एर्दोगन से हंस-हंसकर गले मिल रहे थे. तुर्किए ने पाकिस्तान को TB-2 बायरेक्टर ड्रोन मुहैया कराए हैं. इन बायरेक्टर ड्रोन को पाकिस्तान ने भारत सीमा के करीब लाहौर सेक्टर में तैनात किया है.
तुर्किए करता है पाकिस्तान के आतंकवाद का समर्थन
दुनिया में गिने-चुने देश ही बचे हैं जो पाकिस्तान के आतंकवाद का समर्थन करते हैं. उनमें से एक तुर्किए है, जो संयुक्त राष्ट्र सहित अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर विवाद का मुद्दा उठाता रहता है. ऐसे में पाकिस्तान को तुर्किए का ही सहारा है.
भारत दुनिया का चौथा सुपरपावर देश, पाकिस्तान टॉप-10 से बाहर
हाल ही में ग्लोबल फायरपावर ने जो अपनी ताजा रिपोर्ट जारी की थी, उसमें भारत को दुनिया की चौथी सबसे बड़ी मिलिट्री पावर करार दिया था, जबकि पाकिस्तान टॉप-10 देशों की श्रेणी में दूर-दूर तक कहीं नहीं था. ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स में पाकिस्तानी सेना 12वें स्थान पर था, यानी भारत से आठ कदम नीचे है.
भारत की ताकत के आधी भी नहीं है पाकिस्तानी सेना
करीब 14 लाख सैनिकों वाली भारतीय सेना (थलसेना, वायुसेना और नौसेना) से महज तीन देशों की सेनाएं ही आगे हैं. ये तीन देश अमेरिका, रूस और चीन हैं. जबकि पाकिस्तान की सेना की संख्या महज साढ़े छह लाख (6.50 लाख) है. इसके अलावा भारत की रिजर्व फोर्स की संख्या है साढ़े 11 लाख (11.50 लाख). पाकिस्तान के भी रिजर्व सैनिकों की संख्या भी साढ़े पांच लाख (5.50 लाख) यानी भारत से आधी से कम है.
भारत रक्षा क्षेत्र में हर तरह से मजबूत और पाकिस्तान के पास टैंक के लिए तेल तक नहीं
ग्लोबल फायर पावर की रिपोर्ट में दुनियाभर के 145 देशों की सेनाओं की ताकत का इंडेक्स तैयार किया गया है. इस इंडेक्स को हर देश के सैनिकों की संख्या, रक्षा बजट और तकनीकी रूप से सक्षम हथियारों और दूसरे सैन्य उपकरणों पर आधारित है. जहां भारत का रक्षा बजट इस साल (2025-26) 6.81 लाख करोड़ है तो पाकिस्तान के टैंक चलाने तक के लिए तेल नहीं है.
भारत के आगे नहीं टिक पाएगी पाकिस्तानी सेना
भारतीय सेना के पास जहां इस वक्त 4,000 से ज्यादा (4201) T-90, T-72 और अर्जुन मैन बैटल टैंक हैं तो पाकिस्तान के पास टैंक की संख्या लगभग आधे 2627 हैं. भारतीय सेना के पास करीब 4,000 तोप हैं तो पाकिस्तान के पास 2629 हैं. भारत के पास करीब डेढ़ लाख आर्मर्ड पर्सनल कैरियर (व्हीकल्स) है तो पाकिस्तान के पास महज इनकी संख्या 17,516 हैं. क्योंकि पाकिस्तानी सेना की अधिकतर बटालियन अभी भी इन्फेंट्री यानी पैदल सैनिक वाली हैं.
ऐसे में पाकिस्तान को टर्की और चीन जैसे मित्र-देशों से ही गोला-बारूद की दरकार है. क्योंकि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऐसा चक्रव्यूह रच दिया है कि दुनिया में अलग-थलग पड़ गया है और ज्यादातर देश मदद के लिए सामने नहीं आएंगे.